
शिर्डी प्रतिनिधी
श्री साईंबाबा संस्थान मंदिर में श्रीसाईं सच्चरित्र सभी भाषाओं में उपलब्ध है, केवल सिंधी भाषा में यह अब तक उपलब्ध नहीं था, इसलिए चेंबूर के श्री प्रताप गंगवानी इन साईंभक्त ने पहली बार मराठी श्रीसाईंचरित्र का सिंधी भाषा में अनुवाद किया,
लेकिन इसमें कुछ खामिया होने के कारण इसे सुधारने के लिए,प्रकाशन विभाग के सौभाग्यवती सोनवणे और गणेश जानराव ने भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अशोक पवार को फोन किया और उनसे पूछा, सौभाग्यवश उन्होंने राजेश टिक्यानी का नाम सुझाया लेकिन दुर्भाग्यवश राजेश टिक्यानी ये सिंधी भाषा ठीकसे पढ़ लिख नहीं सकते ते ,
इसलिए राजेश टिक्यानी इन्होने अपने संपर्क के सभी सिंधी भाइयों से संपर्क किया। कहते है ना कि साईंबाबा अपने प्रिय भक्तों से अपना अधुरा कार्य पूर्ण कराते है दो दिन के अथक परिश्रम के बाद मूल रूप से उल्हासनगर निवासी तथा वर्तमान में शिरडी में निवासरत श्रीमती शोभा राजेश जाधवांनी तथा श्री राजेश जाधवांनी से हमारी चर्चा हुई।
इन्होंने इस पवित्र कार्य करने की हामी भरी व यह कार्य उन्हें सौंप दिया गया।कुछ वक़्त ज़रूर लगा लेकिन साईं के ही आशीर्वाद से यह काम सुखरूप पूर्ण हुआ इस पुरी घटना मे संस्थान के आला अधिकारी गोरक्ष गाडिलकर इनका बडा सहयोग रहा हैं
शीघ्र ही श्रीसाईं सच्चरित्र सिंधी भाषा में मंदिर में उपलब्ध होगा, अधिक से अधिक सिंधी भक्त इसका लाभ उठाएं ऐसा आवाहन शिर्डी के सुपुत्र राजेश हरिलाल टिकयानी इन्होने किया हैं